नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया के सहयोग से खालसा कालेज में नौ दिवसीय साहित्य व पुस्तक मेला का गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित रिबन काट कर करेंगे उदघाटन : मयंक सुरोलिया

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सत्यजीत मजीठिया, छीना, सुरजीत पातर समेत कई प्रसिद्ध शख्सियत मेले की बढ़ाएंगे रौनक

मेले में कालेज विद्यार्थियों झूमर, लोक काव्य गाथा, सुहाग व घोडिय़ां रहेगा आकर्षण का केंद्र, मेले संबंधी तैयारियां मुकम्मल

अमृतसर ३ मार्च

नेशनल बुक ट्रस्ट इंडयिा की ओर से खालसा कालेज के सहयोग  से 9 दिवसीय अमृतसर साहित्य उत्सव व पुस्तक मेला 20०22 का उदघाटन पंजाब गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित विशेष तौर पर करेंगे तथा इस अवसर पर उनके साथ खालसा कालेज गवर्निंग कौंसिल के प्रधान सत्यजीत सिंह मजीठिया, आनरेरी सचिव राजिंदर मोहन सिंह छीना, डा. सुरजीत पातर, चेयरपर्सन, पंजाब कला परिषद चंडीगढ़ व प्रो. गोविंद प्रसाद शर्मा, चेयरमैन एनबीटी भारत सरकार जैसी उच्च शख्सियत मेले की रौनक को चार चांद लगाएंगे।

इस संबंधी जानकारी  उक्त ट्रस्ट की ओर से करवाए गए पत्रकार सम्मेलन के दौरान मयंक सुरोलिया डिप्टी डायरेक्टर एनबीटी, सहायक संपादक पंजाबी नवजोत कौर, पंजाबी विभाग के मुखी डा. आत्म रंधावा की ओर से संयुक्त तौर पर दी। इस अवसर पर मयंक सुरोलिया ने कहा कि कालेज की अमीर परंपरा को नई पीढ़ी से जोडऩे वाला व साहित्य व सभ्याचार प्रेमियों की ओर से इंतजार किए जा रहे पांच से 13 मार्च तक हर दिन सुबह साढे दस बजे से शुरू होने वाले इस मेले का उदघाटन राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित करेंगे जिसमें सत्यजीत सिंह मजीठिया खास मेहमान होंगे व राजिंदर मोहन सिंह छीना मेले की अध्यक्षता करेंगे।

उन्होंने कहा कि ारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय संस्थान नेशनल बुक ट्रस्ट एनबीटी के स हयोग स े करवाए जा रहे इस बार के पुस्तक मेले में पूरे भारत से अंग्रेजी व पंजाबी सहित देश की सभी भाषाओं के सौ  के करीब प्रकाशक पहुंच रहे है।  कालेज प्रिंसिपल डा. मल सिंह द्वारा मेले संबंधी विशेष सहयोग मिल रहा है जिसके फलस्वरूप अमृतसर साहित्य उत्सव व पुस्तक मेला अपनी अलग पहचान बना चुका है।

पंजाबी विभाग के मुखी डा. आत्म रंधावा ने कहा कि इस मौके पर इसके अलावा युवराज मलिक डायरेक्टर एनबीटी भारत सरकार विशेष मेहमान के रूप में पहुंचेंगे। पंजाब कला परिषद चंडीगढ़ के उप चेयरमैन डा. योगराज, सकत्तर जनरल डा. लखविंदर जौहल, पंजाब संगीत नाटक अकादमी के प्रधान केवल धालीवाल विशेष रूप से शिरकत करेंगे। प्रिंसिपल डा. महल सिंह स्वागती शबद कहेंगे। जबकि धन्यवाद शबद पंजाबी अध्ययन विभाग के मुखी डा. आतम सिंह रंधावा कहेंगे। उदघाटन समारोह के दौरान साहित्यिक खोज मैगजीन संवाद का 16वां अंक व पुस्तक पंजाब : अच्छे भविष्य की तलाश रिलीज किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उदघाटन समारोह के तुरंत बाद ठीक दोपहर ढाई बजे सूखन के सूरज : कवि दरबार का आयोजन किया जाएगा। जिसकी अध्यक्षता डा.  सुरजीत पातर करेंगे। मुख्य मेहमान डा. लखविंदर जौहल होंगे। जबकि संचालन डा. सतीश कुमार वर्मा करेंगे। कवि  दरबार में शायर सरबजीत सोहल, गुरभजन गिल, विजय विवेक, स्वर्णजीत छवि, जसवंत जफर, दर्शन बुट्टर, गुरतेज कोहारवाला, हरमीत विद्यार्थी, सतीश गुलाटी, गुरप्रीत मानसा, स्वामी अंतरनीरव, जगविंदर जोधा, सुशील दोसांझ, जगदीप सिद्धू, वाहिद व तनवीर अपनी शायरी का रंग दिखाएंगे। शाम चार बजे से पांच बजे सभ्याचारिक प्रोग्राम होंगे। जिसमें कालेज के सभ्याचारिक विभाग के विद्यािर्थी झूमर, लोक काव्य गाथा, सुहाग व घोडय़िां की प्रस्तुति करेंगे। उन्होंने कहा कि देश विदेश में बैठे खालसा कालेज व पंजाबी सभ्याचार को प्यार करने वालों के लिए कालेज के पत्रकारिता व जनसंचार विभाग द्वारा नौ दिनों के समारोह का लाइव प्रसारण, अमृतसर साहित्य उत्सव के फेसबुक पन्ने के माध्यम से लाइव किया जाएगा।

मेले के नौ दिवसीय गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मेले में हर दिन साहित्यिक व सभ्याचारिक सरगर्मियां होगी जिनके माध्यम से पंजाब की अमीर विरासत, बोली व सभ्याचार के अ लग अलग रंग  दूरदराज से आए लोगों के साथ कालेज के विद्यार्थी उठाएंगे। इन सरगर्मियों में अंबरसरी सत्थ, विभाजन की गाथा, अमृतसर कवि दरबार, पंजाबी युवा प्रवास : वर्तमान परिप्रेक्ष्य विषय पर सेमिनार, देश के अनाज भंडार में खेतीबाड़ी स्थिरता : पर्यावरण दृष्टि विषय के बारे विशेष भाषण, मातृ भाषाओं को समर्पित कायदा-ए-नूर : 21वीं सदी की रिलीज, रूबरू : देख बंदे दे भेख, नारी मन की बातें पंजाबी कहानियों के हवाले के साथ, समकालीन पंजाबी कहानी संवाद विषय व पैनल चर्चाएं, सुलगते समय का वृत्तांत, कंप्यूटर तकनीक व पंजाबी भाषा, एजेंडा पंजाब : अच्छे भविष्य की तलाश व पंजाबी नजरिये की बुनियाद व वंगारां जैसे विषय पर ज्वलंत चर्चा होंगी। इनमें पंजाब व देश के प्रसिद्ध विद्वान अपने मूल्यवान विचार पेश करेंगे। राष्ट्रीय स्तर के इस साहित्य उत्सव व पुस्तक मेले के लिए मिले सहयोग के लिए सहयोगी संस्थाएं नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया पंजाब कला परिषद चंडीगढ़ व पंजाब संगीत नाटक अकादमी का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि इन संस्थाओं के सहयोग के बिना इतना बड़ा समारोह करवाना संभव नहीं था।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के मनोरंजन व उनको सभ्याचार से जोडऩे के लिए हर रोज सभ्याचारिक सरगर्मियां होंगी, जिनमें अमृता प्रीतम, प्रो. मोहन सिंह, हरिभजन सिंह, शिव कुमार व सुरजीत पातर की शायरी के गायन वाली साहित्यिक गायकी की सुरमई शाम, लोक नाच गिद्दा व लोक गायकी, चौंह कुंटा के मेले में माझे, मालवा, दोआबा व पुआध के लोक रंग, लोक साजों की जुगलबंदी, लोक गायकों के रूबरू व गीत, निर्देशक केवल धालीवाल का  नाटक बसंती चौला, कव्वाल व आधुनिक सूफी गायकी का रंग, ढाडी, कविशरी व अन्य वनगी का आनंद उठाने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही खाने पीने के स्टाल, फ्लावर शो, विरासती झलकियां, अनुवाद वर्कशाप, कला  प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगे।  इस मौके पर मुकेश कुमार, सुनील सोगरा, अशोक धनखड़, सुखविंदर  सिंह, निखिल कुमार भी मौजूद थे।

खालसा कालेज में 9 दिवसीय मेले संबंधी पत्रकार सम्मेलन के दौरान यंक सुरोलिया डिप्टी डायरेक्टर एनबीटी, श्रीमती नवजोत कौर साथ है डीएस रटौल, आत्म रंधावा व अन्य