खालसा कॉलेज में दवाइयों वाले पौधों की रसायनिक बनावट तथा गुणवत्ता नियंत्रण विधियों की महत्वता पर गेस्ट लेक्चर करवाया

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खालसा कॉलेज में दवाइयों वाले पौधों की रसायनिक बनावट तथा गुणवत्ता नियंत्रण विधियों की महत्वता पर गेस्ट लेक्चर करवाया

अमृतसर 26 नवंबर

खालसा कॉलेज में दवाइयों वाले पौधों की रसायनिक बनावट तथा गुणवत्ता नियंत्रण विधियों की महत्वता पर गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया।

 कॉलेज प्रिंसिपल डॉक्टर महल सिंह के निर्देशों के तहत कॉलेज के बोटैनिकल एंड एनवायरमेंट साइंस सोसायटी के सहयोग से पोस्टग्रेजुएट बॉटनी विभाग द्वारा करवाए गए प्रोग्राम के अवसर पर डॉक्टर श्रीनिवास पटनाला विजिटिंग फैकेल्टी रोड यूनिवर्सिटी ग्राहमसटाउन दक्षिणी अफ्रीका मुख्य वक्ता के रूप में हाजिर हुए।इस अवसर पर प्रिंसिपल डॉ महल सिंह ने मुख्य वक्ता डॉ पटनाला का स्वागत करते हुए विभाग को ऐसे भाषण समय-समय पर करवाने पर जोर दिया। डॉक्टर पटनाला का यह भाषण अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों की वातावरण तथा अन्य परिस्थितियों का दवाइयों वाले पौधों में पैदा होने वाले रसायनिक तत्वों (सेकेंडरी मेटाबॉलिट्स) पर असर पर केंद्रित था। उन्होंने कहा कि कैसे एक ही प्रजाति के दवाइयों वाले पौधे अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों में विभिन्न तरह के रसायनिक तत्व अपने भीतर बनाते हैं।

 रसायनिक तत्व पर तापमान, मौसम, रोशनी, हवा तथा अन्य प्राकृतिक आपदा का गहरा प्रभाव होता है। इन विभिन्न तरह के रसायनिक तत्वों के कारण ही फार्मास्यूटिकल कंपनियां इन पौधों से अलग अलग तरह की बीमारियों की दवाइयां तैयार करती हैं ।

भाषण में उन्होंने कई तरह के केमिकल तथा स्पेक्ट्रोस्कोपिक तकनीक के माध्यम से किए जाने वाले रासायनिक प्रोफाइलिंग के बारे विद्यार्थियों को विस्तार से समझाया। डॉक्टर पटनाला ने कहा कि आयुर्वेदिक तथा फार्मास्युटिकल्स के प्रयोग के लिए सरकार के कानून तथा नियमों का प्रयोग कैसे करना है जिसके साथ इन दवाइयों वाले पौधों की गुणवत्ता सुरक्षा तथा प्रभावों को आने वाली पीढ़ियों के लिए यकीनी बनाया जाए ।भाषण के अंत में उन्होंने बॉटनी विभाग के विद्यार्थियों को बताया कि वह कैसे अपनी पढ़ाई पूरी करके इस क्षेत्र में नौकरी हासिल कर सकते है या वह अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं। इस अवसर पर

प्रोफेसर किरणदीप कौर हुंदल बॉटनी विभाग ने वक्ताओं का धन्यवाद किया।विद्यार्थियों को संबंधित क्षेत्र में काम करने तथा अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित किया।

 गेस्ट लेक्चर के दौरान डॉ हरजिंदर सिंह, डॉ मधु, डॉ राजवीर सिंह, डॉक्टर प्रभ जीत कौर, डॉ हरप्रीत कौर, डॉ सुशांत शर्मा, डॉक्टर मनिंदर कौर, डॉ मनमीत कौर, डॉक्टर संदीप कौर, डॉक्टर जीवन जोत, डॉक्टर हरसिमरन कौर, डॉक्टर प्रदीप कौर तथा विद्यार्थी व रिसर्च स्कॉलर मौजूद थे।