जल्लियांवाला बाग कांड को हुए 100 वर्ष बीत चुके है और अब पहली बार प्रशासन द्वारा जल्लियांवाला बाग के शहीदों की सूची प्रशासन की वेबसाइट पर डाली गई है और लोगो से अपील की गई है के अगर कोई व्यक्ति सूची में शामिल शहीदों के परिवारों में से किसी को भी जानता है तो प्रशासन से संपर्क करे क्योंकि इनको सम्मान देने के लिए अमृतसर के रंजीत एवन्यू में एक स्मारक बनाया जा रहा है जिसका राज्य स्तरीय समारोह में 25 जनवरी को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा नींव पत्थर रखा जाएगा। उधर शहीद हुए लोगों के पारिवारिक सदस्यों का कहना है उन्हें जल्लियांवाला बाग से संबंधित कार्यकर्मो का सिर्फ श्रृंगार बनाया जाता है उनके लिए किया कुछ नही जाता। 15 अगस्त और 26 जनवरी को भी बुला कर एक छोल और एक लड्डू का डिब्बा देकर भेज दिया जाता है। सवाल यह भी है कि केंद्र सरकार द्वारा करोड़ो के फंड्स देकर जल्लियांवाला बाग स्मारक और पूरे बाग का नवीनीकरण किया गया है और वही असली स्मारक है फिर पंजाब की कांग्रेस सरकार अलग से रंजीत एवन्यू में स्मारक क्यों बनाना चाहती है।
इस संबन्ध में जल्लियां वाला बाग ट्रस्ट के सदस्य और भाजपा सांसद , श्वेत मलिक ने कहा के यह बेहद हास्यस्पद है कि असली शहीद स्थली को छोड़कर कांग्रेस द्वारा रंजीत एवन्यू के एक पार्क में यादगार बनाई जा रही है और 100 साला समागम करवाया जा रहा है मल्लिक ने कहा कि कांग्रेस ने तो जल्लियां वाला बाग की दुर्दशा करके रखी हुई थी और जब उनकी सरकार आयी तो इस पर करोड़ो रूपये लगाकर इसका नवीनीकरण किया गया अब कांग्रेस अपनी नाकामी छुपाने के लिए जल्लियाँ वाला बाग में नींव पथर रख रही है और वहां समागम किया जा रहा है।