अमृतसर 11 फरवरी
वर्तमान समय में हमारे बुजुर्गों की ओर से दिए गए रस्म रिवाज व सभ्याचार की तर्जमानी करना आज की पीढ़ी के लिए बहुत जरूरी है। आज की युवा पीढ़ी इन सभी रस्म रिवाज व त्यौहारों से दूर जा रही है। इसलिए खालसा कालेज गवर्निंग कौंसिल के अंतर्गत शिक्षण संस्थानों में समय समय पर सभ्याचार से संबंधित पर्व मनाए जाते है ताकि नई पीढ़ी को एक दिशा प्रदान करते हुए अपने सभ्याचार से जोड़ा जा सके।
इस बात का इजहार खालसा कालेज आफ एजूकेशन जीटी रोड के प्रिंसिपल डा. हरप्रीत कौर व खालसा कालेज फार वूमैन के प्रिंसिल डा. सुरिंदर कौर ने संयुक्त तौर पर बसंत त्यौहार को समर्पित सभ्याचारिक प्रोग्राम मनाने के अवसर पर किया।
इस अवसर पर डा. हरप्रीत कौर ने विद्यार्थियों को आन लाइन गूगल मीट द्वारा बसंत के त्यौहार की शुभकामना देते हुए बसंत प्रोग्राम की शुरूआती सरस्वती वंदना से की गई। इसके अलावा कालेज में अध्यापकों द्वारा लोक गीत व सभ्याचार से संबंधित प्रोग्राम की प्रस्तुति की। इस अवसर पर मेहंदी, टप्पे गायन, किकली डालने के मुकाबले करवाए गए। इस दौरान कालेज के वाइस प्रिंसिपल डा. निर्मलजीत कौर संधू समेत पूरा स्टाफ हाजिर था।
इसके अलावा वूमैन कालेज में प्रिंसिपल डा. सुरिंदर कौर समेत स्टाफ ने पीले पहरावे डाल कर उक्त प्रोग्राम की शोभा बढ़ाई गई। प्रिंसिपल डा. सुरिदंर कौर ने विद्यार्थियों को संबोधन करते हुए पतझड़ के बाद बसंत ऋतु के महत्व के बारे बताया व कहा कि जीवन में बदलाव अनिवार्य है तथा जीवन में किसी भी मुश्किल घड़ी में घबराने की बजाय बुलंद हौसले से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर पतंगबाजी व पतंग सजाने के मुकाबले करवाए गए। जिसमें बलजीत कौर एमए पंजाबी सेमेस्टर पहला, प्रिया व करमजीत कौर बीए सेमेस्टर पहला ने क्रमश पहला, दूसरा व तीसरा स्थान हासिल किया। शामिल छात्राें में सिमरन डिप्लोमा इन स्टीचिंग एंड टेलरिंग सेमेस्टर पहला मिस बसंत चुनी गई। स्टाफ व छात्राओं की ओर से पतंगबाजी का आनंद उठाया। इस अ वसर पर डा. जतिंदर कौर, प्रो. रविंदर कौर, डा. चंचल बाला, मंजीत सिंह, डा. सुमन नैयर, मिसेज शरीना, डा. जसविंदर सिंह सहित समूह स्टाफ सदस्य मौजूद थे।
खालसा कालेज फार वूमैन में प्रिंसिपल डा. सुरिंदर कौर सभ्याचारिक प्रोग्राम के अवसर पर चुनी गई छात्राएं व स्टाफ के साथ खड़े दिखाई दे रहे