मैडीकल शिक्षा मंत्री डा. बलबीर सिंह द्वारा पंजाब में आयुर्वैदिक मैडीकल टूरिज्म को प्रफुल्लित करने का न्योता पंजाब के आयुर्वैदिक, होम्योपैथी और युनानी कालेजों के प्रिंसिपलों के साथ पहली मीटिंग

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चंडीगढ़, 17 जनवरीः
मैडीकल शिक्षा और सेहत मंत्री डा. बलबीर सिंह ने पंजाब के सभी आयुर्वैदिक कालेजों को मैडीकल टूरिज्म की तरफ ख़ास ध्यान देने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद शारीरिक और मानसिक इलाज की सबसे पुरानी विधि है और मौजूदा समय इसकी महत्ता और ज़्यादा बढ़ गई है जब बहुत से लोग जीवन शैली में आए बदलाव के कारण कई मानसिक और शारीरिक बीमारियों के साथ जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन, शुगर और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए कुदरती जड़ी- बूटियों से बनी दवाएँ, मेडीटेशन, योग और सादा भोजन बहुत ज़्यादा लाभदायक है। उन्होंने ज़ोर दिया कि कुदरती इलाज प्रणालियों के अंतर्गत बीमारियों की रोकथाम के लिए आम लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक को मिलकर सार्थक और ठोस कदम उठाने चाहिएं।
मैडीकल शिक्षा भवन, मोहाली में पंजाब के 16 आयुर्वैदिक, 3 युनानी और एक होम्योपैथी कालेज के प्रिंसिपल के साथ पहली मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये सेहत मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार कुदरती इलाज प्रणालियों को प्रफुलित करने की तरफ ख़ास ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि नशों की बीमारी से नौजवानी को निजात दिलाने के लिए भी आयुर्वैदिक इलाज विधियां लाभकारी सिद्ध हो सकती हैं। उन्होंने निजी आयुर्वेद, युनानी और होम्योपैथी कालेजों को प्रेरित किया कि कालेज प्रबंधक भी अपने स्तर पर इन इलाज विधियों की प्रफुल्लता के लिए अधिक से अधिक योगदान डालें।
मैडीकल शिक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया भर के लोग भारतीय आयुर्वैदिक और कुदरती इलाज प्रणाली से अवगत हैं और अच्छे स्वस्थ के लिए इस वैदिक प्रणाली का प्रयोग करना चाहते हैं। उन्होंने गुरू रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, होशियारपुर को ऐसी संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए जिससे ज़्यादा से ज़्यादा विदेशी और दूसरे राज्यों के लोगों को आयुर्वैदिक मैडीकल टूरिज्म के लिए पंजाब में आकर्षित किया जा सके।
मीटिंग के दौरान कालेज प्रिंसिपल ने कई सुझाव दिए और उनको पेश आ रही मुश्किलों संबंधी भी अवगत करवाया। सेहत मंत्री ने भरोसा दिया कि माहिरों की कमेटियाँ बना कर सब प्रकार की समस्याएँ हल करने के यत्न किये जाएंगे। इस मौके पर डा. बलबीर सिंह ने गुरू रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी का साल 2023 का कैलंडर भी रिलीज़ किया।
मीटिंग में गुरू रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के उप कुलपति राहुल गुप्ता (आईएएस), डा. अवनीश कुमार डीआरएमई, ज्वाइंट डायरैक्टर डॉ. अकाश दीप और डा. पुनीत गिरधर, फार्मेसी काऊंसल के रजिस्ट्रार डा. जसबीर सिंह, गुरू रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डा. संजीव गोयल और परीक्षा कंट्रोलर डा. अंजू बाला के इलावा कालेजों के प्रिंसिपल और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।