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मुख्यमंत्री चन्नी ने विनम्रता सहित तुगलकाबाद में श्री गुरु रविदास मंदिर के निर्माण के लिए दी जाने वाली ज़मीन का सारा खर्चा उठाने की की पेशकश

चंडीगढ़, 4 जनवरीः
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कहा कि राज्य सरकार नयी दिल्ली के तुगलकाबाद में श्री गुरु रविदास जी के मंदिर के निर्माण के लिए दिल्ली विकास अथॉरिटी (डीडीए) द्वारा अलॉट की जाने वाली ज़मीन पर आने वाला सारा खर्चा उठाने के लिए तैयार है।
ज़िक्रयोग्य है कि दिल्ली के गाँव तुगलकाबाद स्थित श्री गुरु रविदास मंदिर और समाधि को दुर्भाग्यवंश अगस्त, 2019 के दौरान गिरा दिया गया था। पुरातन कथाओं के अनुसार गुरू रविदास जी, मुग़ल बादशाह सिकंदर लोधी के शासन के दौरान 1509 ई. के लगभग इस पवित्र स्थान आए थे।
मुख्यमंत्री चन्नी ने आगे बताया कि डी.डी.ए. ने हाल ही में गुरू रविदास विश्राम धाम मंदिर चमारवाला जौहर तुगलकाबाद कमेटी को 400 वर्ग मीटर ज़मीन लेने के लिए 30 सालों के पूँजीगत किराये समेत 4.33 करोड़ रुपए की रकम जमा कराने के लिए कहा था। ज़मीन का भाव अधिक होने के कारण यह रकम ज़्यादा थी, इसलिए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि विभिन्न प्रतिमंडलों ने राज्य सरकार की तरफ से ज़रुरी योगदान की माँग के लिए उनके पास पहुँच की है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने आगे कहा कि क्योंकि राज्य सरकार सभी के कल्याण को यकीनी बनाने के लिए पहले ही श्री गुरु रविदास जी की विचारधारा को सही मायनों में अपना रही है, इसलिए उन्होंने फ़ैसला किया है कि यदि कमेटी चाहे तो राज्य सरकार तुगलकाबाद में मंदिर के निर्माण के लिए ज़मीन प्राप्त करने का सारा खर्चा वहन करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कमेटी उनके नेतृत्व वाली राज्य सरकार को सेवा प्रदान करना चाहती है तो वह अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली समझेंगे।
इस कदम को पंजाब सरकार द्वारा श्री गुरु रविदास जी, जिन्होंने अपने जीवन और फलसफे के द्वारा प्यार, शांति, दया, विश्व-व्यापक भाईचारे और मानवता की एकता का शाश्वत संदेश दिया, को विनम्र श्रद्धांजलि करारते हुये मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि गुरू जी ने समानता और सदभावना के सिद्धांत के द्वारा सामाजिक जागृति लाने के लिए अथक यत्न किये हैं।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में दर्ज गुरू रविदास जी की वाणी को समूची मानवता के लिए ज्ञान, विश्वास और शिक्षा का आधार बताते हुये मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि गुरू साहिब की गौरवमई विरासत को आने वाली पीढ़ीयों के लिए संभालना राज्य सरकार का नैतिक फ़र्ज़ है। उन्होंने आगे कहा कि श्री गुरु रविदास जी के नाम पर चेयर के लिए बजट व्यवस्था रखने के साथ-साथ उनकी सरकार ने सचखंड बलां में 50 करोड़ रुपए की लागत से श्री गुरु रविदास वाणी शोध (अध्ययन) सैंटर की स्थापना का भी फ़ैसला किया है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि समाज के सभी वर्गों के कल्याण और राज्य के सर्वपक्षीय विकास के लिए समानतावादी समाज की सृजना करने के लिए गुरू साहिब की तरफ से दर्शाया मार्ग उनकी सरकार की वचनबद्धता का मूल आधार है।
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