अमृतसर 17 फरवरी
खालसा कालेज फार वूमैन में पोस्ट ग्रेजुएट पंजाबी विभाग द्वारा पंजाबी भाषा गोष्ठी का आयोजन किया गया। कालेज प्रिंसिपल डा. सुरिंदर कौर के सहयोग से करवाए गए सेमिनार में भाषा विभाग पंजाब के जिला अधिकारी हरमेश कौर जोधे, डा. मलकीत सिंह, डा. हीरा सिंह, डा. सरगी, डा. सतिंदर कौर, डा. पुनीत कौर, डा. सतनाम रंधावा, डा. किरणदीप कौर, भाषा विभाग पंजाब से सोशल मीडिया अधिकारी गुरवेल सिंह, हरजीत सिंह व कालेज के समूह पंजाबी विभाग ने शिरकत की।
प्रोग्राम का आगाज प्रिंसिपल डा. सुरिंदर कौर द्वारा आए हुए मेहमान हरमेश कौर जोधे को फूलों का गुलदस्ता भेंट करके किया गया। इस अव सर पर प्रिंसिपल डा. सुरिंदर कौर ने सारे विद्वानों को कालेज गोष्ठी में पहुंचने पर स्वागती शबद कहते हुए कालेज स्तर पर पंजाबी भाषा को अधिक फैलाने के लिए वचनबद्धता जाहिर की।
इस अवसर पर श्रीमती जोधे ने अपने विचार पेश करते हुए भाषा विभाग पंजाब की वर्तमान स्थिति से हाजिरी को अवगत करवाया व आगामी गतिविधियों के बारे बताते हुए मातृ भाषा के प्रचार व प्रसार प्रति सचेत रहने के लिए कहा। डा. सरगी ने साहित्य की महत्ता के बारे बातचीत करते हुए पंजाबी साहित्य को प्रफुल्लित करने के लिए संवाद रचाया। डा. हीरा सिंह ने मातृ भाषा की दशा व दिशा का हाल बयान करते हुए इसके सुनहरी भविष्य की कामना की। प्रो. मलकीत सिंह ने भाषा व बोली के अलगाव से बातचीत करते हुए पंजाबी बोली की अमीर विरासत की पुन: व्याख्या की।
इस अवसर पर डा. शरणजीत कौर ने मातृ भाषा से अपनी भावुक सांझ बताते हुए अध्यापन के जरिये बच्चों में पंजाबी मां बोली के प्रति लगाव पैदा करने के लिए कहा। गोष्ठी के आखिर पर कालेज विभाग मुखी प्रो. रविंदर कोर ने सभी का तहेदिल से धन्यवाद करते हुए गोष्ठी में सामने आए मूल्यवान नतीजों को पंजाबी भाषा की जीवंतता के लिए शुभ संकेत बताया। प्रोग्राम के मंच संचालक की भूमिका निभाते हुए डा. प्रदीप कौर ने पंजाबी भाषा की बेहतरी के लिए विचार पेश किए। इस अवसर पर वाइस प्रिंसिपल डा. जतिंदर कौर, विभाग मुखी प्रो. रविंदर कौर के अलावा अन्य कालेज स्टाफ मौजूद थे।