केरल अपनाएगा पंजाब मॉडल
केरल के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा पशु-धन के लिए बुनियादी ढांचा विकसित करने हेतु पंजाब का दौरा
पंजाब की तर्ज पर पशुओं के लिए पौष्टिक खाद्य मिश्रण तैयार करने के लिए कानून बनाएगा केरल
चंडीगढ़, 11 नवंबर:
केरल की पशु-पालन मंत्री श्रीमती जे. चिनचुरानी ने आज पंजाब भवन में हुई मीटिंग के दौरान पशुओं के चारा प्रबंधन के लिए ‘पंजाब मॉडल’ अपनाने में रूचि दिखाई। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने केरल को पशुओं के चारे के लिए पराली मुहैया करवाने का आश्वासन दिया है, जिससे पंजाब में पराली को आग लगाने की समस्या पर रोक लगाने समेत बड़ी मात्रा में बनती पराली से निपटने में मदद मिलेगी।
पंजाब की तर्ज पर पशु-धन के लिए ख़ुराक, बुनियादी ढांचा और उपयुक्त माहौल सृजन करने हेतु कानून बनाने के लिए केरल सरकार के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही पशु पालन मंत्री श्रीमती जे. चिनचुरानी ने पंजाब के पशु पालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को पत्र सौंपा। इस प्रयास को कैबिनेट मंत्री ने दोनों राज्यों के लिए लाभ वाला बताते हुए कहा कि मान सरकार इस दिशा में हर संभव सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों के दौरान इस प्रस्तावित प्रोजैक्ट को पूरा करने के लिए संभावनाएँ तलाशी जाएंगी।
अपने दो दिवसीय पंजाब दौरे के लिए आज चंडीगढ़ पहुँचे केरल सरकार के प्रतिनिधिमंडल का कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और प्रमुख सचिव श्री विकास प्रताप ने स्नेहपूर्ण स्वागत किया।
इसके बाद मीटिंग के दौरान श्रीमती चिनचुरानी ने कहा कि केरल में लोगों के लिए डेयरी फार्मिंग रोज़ी-रोटी का अहम पेशा है और लाखों किसानों के लिए डेयरी पेशा आमदन का मुख्य साधन है। पंजाब के बाद केरल दूध उत्पादकता में देश में दूसरे नंबर पर है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में पशु चारे की कीमतें बढऩे के कारण डेयरी से जुड़े किसानों की आर्थिकता बुरी तरह प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि तटीय राज्य केरल में कृषि योग्य ज़मीन कम होने के कारण पशुओं के लिए अपेक्षित चारा पैदा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा घोषित किसान रेल प्रोजैक्ट के द्वारा पराली केरल राज्य में भेजी जाती है तो इससे केरल के बड़ी संख्या में डेयरी किसानों को लाभ होगा।
‘‘केरल पशु धन और पोल्ट्री फीड और मिनरल मिक्सचर (निर्माण और बिक्री नियम) बिल, 2022’’ बनाने के लिए अध्ययन करने हेतु पंजाब दौरे पर पहुँची केरल विधान सभा की सिलैक्ट कमेटी को पशु पालन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पंजाब, पशुओं की राष्ट्रीय आबादी में 1.31 प्रतिशत का योगदान देता है जबकि राज्य में दूध का उत्पादन राष्ट्रीय उत्पादन का 6.70 प्रतिशत होता है। पंजाब में प्रति व्यक्ति दूध और अंडे की उपलब्धता देश में सबसे अधिक है और पशु पालन क्षेत्र का राज्य की कृषि की जी.डी.पी. में बड़ा योगदान है।
पशु पालन विभाग के प्रमुख सचिव श्री विकास प्रताप ने राज्य में पशु रोग और वैक्सीन संस्थाओं संबंधी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पंजाब में इस समय पर लगभग 3000 पशु संस्थाएं हैं, जो राज्य में औसतन 2400 पशु प्रति संस्था और लगभग 4.5 किलोमीटर के दायरे को सेवाएं प्रदान कर रही हैं।