जिला मोगा के लोहारा चौक में किसान धरने में शिरोमणि अकाली दल को अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना उस समय महंगा पड़ गया जब सैकड़ों की संख्या में किसानों ने धरने का बायकॉट कर दिया। जिसके बाद किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ अपना धरना लोहारा गांव के गुरुद्वारा साहब के बाहर लगाया। दरअसल शिरोमणि अकाली दल ने धरने में पार्टी का बैनर लगाया था। जिसके बाद यह विरोध शुरू हुआ और किसानों ने शिरोमणि अकाली दल मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।मीडिया के रूबरू किसान नेताओं ने शिरोमणि अकाली दल की इस हरकत पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि राजनीति करने के लिए तो सारी उम्र पड़ी है लेकिन फिर भी इस मौके पर जबकि लाखों किसान ठंड में दिल्ली की सड़कों पर है शियद को राजनीति नहीं करनी चाहिए थी। कम से कम आज के दिन उन्हें किसानों के बैनर तले अपना धरना प्रदर्शन करना चाहिए था।इधर जब इस संबंधी वहां मौजूद अकाली लीडर सुरेंद्र डलला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो लोग धरने को छोड़कर गए हैं वह लोग शिअद के अलावा अन्य राजनीतिक पार्टियों से संबंधित थे।