आज पटियाला शहर में बहुत सी जत्थे बंदियों की तरफ से सांझा संघर्ष किया गया इस संघर्ष में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुए ! यह रोष प्रदर्शन माल रोङ से निकलकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर तक जाने के लिए रवाना हुआ मगर मुख्यमंत्री निवास से कुछ दूरी पहले ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया
और बड़ी-बड़ी बेरी गेटिंग कर इन्हें वही रोकने की कोशिश की गई। इस बीच एस डी एम पटियाला भी पहुंचे मीटिंग का आश्वासन दिया मगर प्रदर्शनकारियों का यह कहना था कि हर बार बेनतीजा मीटिंग ही मिलती है अब ऐसा नहीं होगा । हम सरकार के झूठे लारे और वादों से नहीं जाने वाले, इसके चलते ही बात विवाद में संघर्ष कर रहे प्रदर्शनकारी जैसे ही सी एम निवास की तरफ बढ़ने लगे और बीच खड़ी पुलिस की टुकड़ी द्वारा इन्हें रोकने की कोशिश की गई , इस दौरान काफी धक्का-मुक्की देखने को मिली फिर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर बड़ी संख्या में पुरुष संघर्ष कर रहे
पुरुष साथियों को खदेड़ दिया गया ,मगर महिला प्रदर्शनकारी वहीं पर डटी रही और उनका यह भी इल्जाम था कि महिला पुलिस मुलाजिम होने के बाद भी पुरुष पुलिस पुलिस मुलाजिमों द्वारा महिलाओं को धक्का-मुक्की और लाठियां मारी गई है, जो कि सरासर गलत है । देखने को मिला कि महिलाएं आखिर तक डटी रही मगर पुलिस द्वारा इस प्रदर्शन के आगो को गाड़ियों में भर धरना स्थल से कहीं दूर ले जाया गया इसके बाद धरना शांत हुआ और जत्थे बंदियों के लोग जहां से सुबह धरना शुरू किया था वहां पर पहुंचने शुरू हुए ।