भगवान का रूप कहे जाने वाले सरकारी डॉक्टरों पर फिर से लगे लापरवाही बरतने के आरोप गुरदासपुर सरकारी अस्पताल में डिलवरी दौरान नवजन्मे बच्चे की मौत होने पर परिवारक सदस्यों ने गुरदासपुर के सरकारी अस्पताल के मेन गेट बंद कर महिला डाक्टर के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर डाक्टर पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए है और कहा कि डाक्टर की लापरवाही के कारण उनके बच्चे की मौत हुई है इस लिए महिला डॉक्टर के खिलाफ सख्त कारवाई की जाए इस मामले की जानकारी देते हुए मृतक नवजन्मे बच्चे के पिता सन्नी ने बताया कि उसकी पत्नी गर्वती थी जिसे 28 नवंबर को गुरदासपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था तब उसका बच्चा वह पत्नी बिल्कुल ठीक थी लेकिन कल रात को डॉक्टरों ने आ कर कहा कि उनके बच्चे की धड़कन नही मिल रही और आज जब डिलवरी हुई तो कहा की बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ है डॉक्टरों का कहना है कि 10 दिन पहिले ही बच्चा मर चुका था लेकिन डॉक्टरों ने पहले ही कहा था कि दोनों सही है इस लिए हमारे बच्चे की मौत महिला डाक्टर की लापरवाही के कारण हुई है उनका कहना है कि बच्चे के शरीर पर नाखून के निशाने पड़े हुए है बच्चे के साथज्यादा खिंच-खिंचाई की गई है जिसके चलते बच्चे की मौत हुई है इस लिए उन्होंने रोष प्रदर्शन कर महिला डॉक्टर के खिलाफ सख्त कारवाई की मांग की है
वही इस मामले में जब एसएमओ डॉ. चेतना से बात की गई तो उन्होंने ने कहा कि वह छुटी पर थी लेकिन अभी उन्हें इस मामले के बारे में पता चला है उन्होंने ने कहा कि महिला डॉक्टर सुमिता ने इस गर्वती महिला ज्योति की डिलवरी की है उन्होंने के कहा कि पहिले बच्चा ठीक था लेकिन बच्चे ने माँ के पेट मे पॉटी कर दी थी जिसके कारण इंफेक्शन होने के कारण बच्चे की धड़कन रुक गई थी जो परिवार को बता दिया गया था लेकिन परिवार ने जो लापरवाही के आरोप लगाए है उसकी जाँच की जाएगी उसके बाद अगली कारवाई की जाएगी