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खालसा कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज द्वारा आयोजित पशु चिकित्सा शिविर के दौरान पशुओं की जांच करते पशु चिकित्सक।

अमृतसर, 18 अक्टूबर

खालसा कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज ने वेटरनरी सर्जिकल कैंप का आयोजन किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. हरीश कुमार वर्मा के सहयोग से आयोजित इस शिविर के कालेज के वेटरनरी सर्जरी व रेडियोलोजी विभाग से डा. उरफिया मिरजा ने टीम की अगुआई की। यह कैंप पशु पालन विभाग पंजाब के स्टाफ के सहयोग से लगाया गया। इस दौरान भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे अजनाला तहसील के फतेवाल, भलोट और पूंगा गांव के पशुओं के स्वास्थ्य की जांच की गयी।

इस अवसर पर डाॅ. वर्मा ने बताया कि ज्यादातर सर्जिकल शिकायतें पटेलर फिक्सेशन से संबंधित थीं, जिन्हें आमतौर पर सरन कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इन मामलों में मेडिकल पटेलर डेस्मोटोमी (एमपीडी) की गई। इस अवसर पर क्षेत्रीय स्तर पर की गई अंदरूनी प्रक्रियाओं का विद्यार्थियों की ओर से प्रदर्शन किया गया।

इस मौके पर गांव मोतला के पास एक भैंसों के डेयरी फार्म का भी दौरा किया। इस अवसर पर सभी जानवरों का विभिन्न रोगों के लिए परीक्षण किया गया और बीमारियों की घटनाओं को कम करने के लिए आदर्श प्रबंधन अभ्यास का सुझाव दिया गया। इस अवसर पर उन्होंने गांव छीना करम सिंह में घुड़सवारी फार्म का भी दौरा किया और घोड़ों और उनके पालन की रणनीतियों के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर डाॅ. वर्मा ने कहा कि इस तरह के फील्ड कैंप नवोदित पशु चिकित्सकों को उनके खेतों में घर-घर जाकर सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ नवोदित पशु चिकित्सकों को सीखने का अनुभव प्रदान करने में सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी पंचायत अपने गांव में पशु कल्याण शिविर लगाने के इच्छुक हैं, वे 62834-29117 पर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा, कॉलेज बीमार पशुओं के लिए आधुनिक निदान और उपचार सुविधाओं से लैस 24 घंटे का पशु चिकित्सालय चलाता है। डा. वर्मा ने कहा कि कॉलेज किसानों के लिए पशुपालन परामर्श के अलावा डेयरी, मुर्गी पालन, सुअर पालन, बकरी पालन और पशुधन उत्पादों के मूल्य वृद्धि में प्रशिक्षण के साथ-साथ आपातकालीन पशु चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान करता है।

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