पंजाब व अन्य राज्यों के किसान पिछले काफी दिनों से दिल्ली में जाकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान की अब एक ही मांग है, कि कानूनों में कोई सोध नहीं बल्कि कानून रद्द ही किए जाएं। लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों की महिलाओं को कहना है, कि अब दिल्ली फतेह करके ही वापस घर आना। जिला गुरदासपुर के कस्बा हरचोवाल के गांव औलख बेरियां में किसान दिल्ली होने के कारण पीछे खेतों में महिलाएं काम करती और करवातीं दिखाई दे रही हैं। दिल्ली प्रदर्शन में गए किसानों की मां, बहन, पत्नी और बच्चे खेतों में काम कर रहे हैं। उनका कहना है, कि केंद्र की मोदी सरकार ने जो किसान विरोध कानून बनाए हैं, वह किसानी को बर्बाद करने वाले हैं, उनके किसान दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं और वह घर और खेत की संभाल कर रहे हैं। किसी तरह की कोई परेशान नहीं आ रही और वह सुबाह-शाम खेतों में जा कर काम कर रही हैं और मजदूरों से काम करवा रही हैं। घर व हवेली में रखे पशुओं को सुबह-शाम चारा डाल रही हैं और सिर्फ एक ही मांग कर रही हैं, कि किसान विरोधी कानून रद्द किए जाएं। उन्होंने अपने किसानों को साफ तौर पर बोल रखा है, कि दिल्ली जीत कर ही वापस घर आना, चाहे इसके लिए कुछ और समय लग जाए, लेकिन दिल्ली फतेह करके ही वापस घर आना। उन्होने कहा, कि किसान भी चढ़ दी कला में हैं और हम भी चढ़ दी कलां में हैं।