जम्मू कश्मीर के रियासी क्षेत्र में यात्रियों की बस पर आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं। सबसे पहले गोलियां ड्राइवर की सीट के आसपास चलाई गईं, जिससे बस का संतुलन बिगड़ा और बस गहरी खाई में जा गिरी। इस दर्दनाक दुर्घटना में 13 तीर्थयात्री मारे गए और शेष भी बहुत ज्यादा जख्मी हुए। यह ठीक है कि दुर्घटना होते ही सैनिक, अर्द्ध सैनिक बल, जम्मू कश्मीर पुलिस और स्थानीय निवासी बचाव, राहत कार्यों में लग गए पर सरकार को यह देखना होगा कि आखिर क्यों उसी समय यह हमला किया गया जिस समय भारत के प्रधानमंत्री की शपथ समारोह की तैयारी हो रही थी। रियासी वैसे शांत क्षेत्र माना जाता है और इसी क्षेत्र को श्रद्धालुओं पर हमला करने के लिए आतंकवादियों ने चुना, यह चिंता का विषय है। भारत सरकार से निवेदन है कि सेना की सहायता से आतंकवादियों को ढूंढ निकालें और इनको भी वहीं पहुंचा दिया जाए जिनके आतंकवादी साथी पहले जा चुके हैं। कश्मीर और भारत सरकार से प्रार्थना है कि इनके परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए। इनके बच्चों को सरकारी नौकरी में लिया जाए और अगर ये बच्चे छोटे हैं तो उनकी शिक्षा दीक्षा का पूरा प्रबंध भारत सरकार करे।