
डॉ सतनाम सिंह ने कहा कि जनता की भागीदारी और प्रदूषण को घटाने के लिए विभिन्न उपायों को अपनाकर वातावरण शुद्धिकरण में बड़ा योगदान डाल सकते हैं। हमें आसपास ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने, इलाकों में सफाई, कम पानी का प्रयोग, ऊर्जा कुशल कामों का प्रयोग करके हम आसपास के वातावरण को बचा सकते है। इस महामारी के दौर में दुनिया भर के लोगों ने ऑक्सीजन की कमी देखी है और वृक्ष ऑक्सीजन का कुदरती तोहफा है जिसको हम भूल चुके हैं। इस वातावरण दिवस पर हमें रिवायती ढंग से खपत करने वाले साधनों की तरफ मोड़ने की जरूरत है ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को ज्यादा से ज्यादा स्रोत छोड़ सके। कुदरत को ध्यान में रखते हुए विकास को प्राप्त करने का लक्ष्य हमारी दृढ़ता और वचनबद्ध पर निर्भर करता है ताकि वृक्षों के नुकसान को रोका जा सके। इस मौके पर बी.ई.ई रणजीत कुमार, डॉ अर्पण कौर व अन्य उपस्थित थे।
